BA Semester-1 Aahar, Poshan evam Swachchhata - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :250
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2637
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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता

कुपोषण के कारण

कुपोषण के अनेक सम्भावित कारण हो सकते हैं, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं-

1. अस्वास्थ्यप्रद वातावरण - शुद्ध वायु, सूर्य का प्रकाश तथा स्वच्छता का निरन्तर अभाव भी कुपोषण में वृद्धि करते हैं।

2. भोजन- सम्बन्धी आदतें - भोजन सम्बन्धी अनेक दोषपूर्ण आदतें कुपोषण को बढ़ाती हैं; जैसे—

(i) कम अन्तरालों पर बार- बार भोजन ग्रहण करना।

(ii) अधिक तला, मसालेदार भोजन लेना।

(iii) मद्यपान अथवा अधिक चाय, कॉफी, सिगरेट, तम्बाकू आदि का प्रयोग करना।

(iv) विलम्ब अथवा अधिक अन्तराल पर भोजन लेना।

(v) भोजन- सम्बन्धी रुचि - अभिरुचि।

3. अपर्याप्त भोजन-पोषण भोजन के माध्यम से ही सम्भव है। शरीर की जरूरत से कम भोजन ग्रहण करने पर शरीर को मिलने वाले पौष्टिक तत्त्वों में भी कमी आ जाती है। इस कारणवश कुपोषण की स्थिति उत्पन्न हो जाने के कारण व्यक्ति के स्वास्थ्य में गिरावट आ जाती है।

4. पाचन एवं अवशोषण की अपूर्णता - ग्रहण किया गया आहार अनेक बार विभिन्न कारणों से पच नहीं पाता इस कारण भी कुपोषण की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यह दोषपूर्ण प्रक्रिया शारीरिक बनावट, पाचन में बाधक तत्त्वों, विभिन्न रोगों तथा अनियमितताओं के कारण उत्पन्न हो सकती है।

5. जानकारी की कमी या अज्ञानता - भारत तथा अन्य अविकसित एवं विकासशील देशों में कुपोषण का एक प्रमुख कारण जानकारी की कमी या अज्ञानता भी है। ज्यादातर व्यक्ति अज्ञानतावश पोषक भोज्य पदार्थ उपलब्ध होने पर भी स्वयं को कुपोषण का शिकार बना लेते हैं। विटामिन तथा खनिज लवणयुक्त भोजन ग्रहण न करना अज्ञानता का ही प्रतीक है। जनसाधारण की यही अवधारणा है कि पौष्टिक आहार महँगे साधनों द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है, जबकि यह विचार उचित नहीं है। कई भोज्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो सस्ते होते हुए भी पौष्टिक एवं स्वास्थ्यप्रद होते हैं।

6, आयु, शारीरिक अवस्था एवं कार्य की प्रकृति से सम्बद्ध भोजन का न होना - भिन्न-भिन्न आयु, लिंग, कार्यशीलता तथा जीवन क्रम की विभिन्न अवस्थाओं में भिन्न-भिन्न प्रकार का भोजन लाभकारी और स्वास्थ्यप्रद होता है। उचित भोजन से ही उचित पोषण की प्राप्ति हो सकती है। यदि आयु, शारीरिक अवस्था एवं कार्य की प्रकृति के अनुसार भोजन न हो तो कुपोषण की स्थिति बनती है।

7. अनिद्रा अथवा नींद की कमी- व्यक्ति को स्वस्थ एवं तनावरहित रखने के लिए निद्रा बहुत जरूरी है। नींद के अभाव अथवा अनिद्रा की स्थिति में पौष्टिक भोजन की उपयोगिता भी समाप्त हो जाती है।

8. सामाजिक-आर्थिक कारण- कुपोषण के प्रमुख कारणों में से सामाजिक-आर्थिक कारण भी एक है। मनुष्य की आर्थिक स्थिति के आधार पर भोज्य पदार्थों की उपलब्धता निर्भर करती है। सामाजिक प्रतिबन्ध तथा सामाजिक मान्यताएँ एवं रीति-रिवाज और अन्धविश्वास, उपवास आदि भी कुपोषण के लिए उत्तरदायी हैं।

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    अनुक्रम

  1. आहार एवं पोषण की अवधारणा
  2. भोजन का अर्थ व परिभाषा
  3. पोषक तत्त्व
  4. पोषण
  5. कुपोषण के कारण
  6. कुपोषण के लक्षण
  7. उत्तम पोषण व कुपोषण के लक्षणों का तुलनात्मक अन्तर
  8. स्वास्थ्य
  9. सन्तुलित आहार- सामान्य परिचय
  10. सन्तुलित आहार के लिए प्रस्तावित दैनिक जरूरत
  11. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  12. आहार नियोजन - सामान्य परिचय
  13. आहार नियोजन का उद्देश्य
  14. आहार नियोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
  15. आहार नियोजन के विभिन्न चरण
  16. आहार नियोजन को प्रभावित करने वाले कारक
  17. भोज्य समूह
  18. आधारीय भोज्य समूह
  19. पोषक तत्त्व - सामान्य परिचय
  20. आहार की अनुशंसित मात्रा
  21. कार्बोहाइड्रेट्स - सामान्य परिचय
  22. 'वसा’- सामान्य परिचय
  23. प्रोटीन : सामान्य परिचय
  24. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  25. खनिज तत्त्व
  26. प्रमुख तत्त्व
  27. कैल्शियम की न्यूनता से होने वाले रोग
  28. ट्रेस तत्त्व
  29. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  30. विटामिन्स का परिचय
  31. विटामिन्स के गुण
  32. विटामिन्स का वर्गीकरण एवं प्रकार
  33. जल में घुलनशील विटामिन्स
  34. वसा में घुलनशील विटामिन्स
  35. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  36. जल (पानी )
  37. आहारीय रेशा
  38. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  39. 1000 दिन का पोषण की अवधारणा
  40. प्रसवपूर्व पोषण (0-280 दिन) गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त पोषक तत्त्वों की आवश्यकता और जोखिम कारक
  41. गर्भावस्था के दौरान जोखिम कारक
  42. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  43. स्तनपान/फॉर्मूला फीडिंग (जन्म से 6 माह की आयु)
  44. स्तनपान से लाभ
  45. बोतल का दूध
  46. दुग्ध फॉर्मूला बनाने की विधि
  47. शैशवास्था में पौष्टिक आहार की आवश्यकता
  48. शिशु को दिए जाने वाले मुख्य अनुपूरक आहार
  49. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  50. 1. सिर दर्द
  51. 2. दमा
  52. 3. घेंघा रोग अवटुग्रंथि (थायरॉइड)
  53. 4. घुटनों का दर्द
  54. 5. रक्त चाप
  55. 6. मोटापा
  56. 7. जुकाम
  57. 8. परजीवी (पैरासीटिक) कृमि संक्रमण
  58. 9. निर्जलीकरण (डी-हाइड्रेशन)
  59. 10. ज्वर (बुखार)
  60. 11. अल्सर
  61. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  62. मधुमेह (Diabetes)
  63. उच्च रक्त चाप (Hypertensoin)
  64. मोटापा (Obesity)
  65. कब्ज (Constipation)
  66. अतिसार ( Diarrhea)
  67. टाइफॉइड (Typhoid)
  68. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  69. राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाएँ और उन्हें प्राप्त करना
  70. परिवार तथा विद्यालयों के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
  71. स्थानीय स्वास्थ्य संस्थाओं के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
  72. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रः प्रशासन एवं सेवाएँ
  73. सामुदायिक विकास खण्ड
  74. राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम
  75. स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्तर्राष्ट्रीय संगठन
  76. प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर खाद्य
  77. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

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